The Show-Off Culture of Network Marketing.

Digital BiharBoard Team
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 अभी 2-3 दिन से एक पोस्ट बहुत देख रही हूं कि एक 22-25 साल की लड़की हैं और एक रूम में एंट्री ले रही हैं और दोनों तरफ से बहुत सारे लोग खड़े हैं और उससे दुगुनी उम्र के लोग उसके पैर छू कर प्रणाम कर रहे हैं। फुल दे रहे हैं ,ताली बजा रहे हैं।



ताली बजाने और फुल देने तक तो ठीक है? पर कौन येसा हैं जो कि अपने से दुगुनी या उससे ज्यादा उम्र के लोगों से पैर छू वाता हैं? चलो मान लिए कि कोई जबरदस्ती पैर छू लिया लेकिन उस वीडियो में तो वो परम्परा जैसी दिखाई गया है।
और हमारे बुद्धिजीवी नेटवर्क्स भाई और बहन लोग इसको शेयर कर रहे हैं । और वो भी ये लिख कर कि ये देखो नेटवर्क मार्केटिंग की ताकत ।
वाह भाई वाह तो घर जाकर अपनी मम्मी से भी पैर छू वा लो। क्योंकि आप लोगो की नजर में सफलता का मतलब तो ज्यादा पैसे कमाना है। तो जब अपने मम्मी से ज्यादा पैसे कमाने लगे तब तो उससे भी बड़े हो गए ना??
यही सब नौटंकी के वजह से नेटवर्क मार्केटिंग ज्यादा बदनाम हो रहा है।
काम करते कम हैं , मुंजरा ज्यादा करते हैं लोग।
यार और जैसी इंडस्ट्री है बाहर में ,वैसी ही नेटवर्क मार्केटिंग भी हैं , हां बहुत सारी एडवांटेज हैं यहां, पर इसके लिए इसको शो अप वाला इंडस्टी तो मत बना दो।
इतना शो उप कर देते हैं ना
चाहे फुल माला के नाम पर हो,
चाहे ऑटोग्राफ लेने के नाम पर हो,
चाहे ये पैर छूने वाले कारनामा हो,
स्टेज पर चढ कर नाचने कुदकने की बात पर हो,
यार इतना दिखावा क्यों हैं???
तब जाकर सीरियस ,अच्छे लोग , ज्यादा पढ़े लिखे लोग हमे ,हमारी इंडस्ट्री को अच्छा नहीं बोलते तो हम उनको गाली देते हैं।
लेकिन भाई गलती हमारी भी उतनी ही हैं।
हमने वैसी ही गलती कि हैं।
आज नेटवर्क मार्केटिंग में बस ज्यादा पैसा कमाना को सफलता माना जाता हैं, फेसबुक पर अपने बैंक स्टेटमेंट, चेक की स्क्रीनशॉट भरी पड़ी हैं।
लेकिन सफलता का पैमाना सिर्फ पैसा कभी नहीं होता ये आज हमे समझने की जरूरत है।
पैसा के साथ वो संस्कार भी चाहिए कि चाहे आप कितना भी पैसा कमा लो ,लेकिन आपसे बड़ा आदमी दिखे ना चाहे आपके टीम में कितना ही नीचे क्यों ना हो आप उनके पैर छुए ना कि वो आपके।
चाहे कितना भी पैसा कमा लो अगर किसी को प्लान दिखाओ ना तो ये एहसास ना करावो कि तुमने जिंदगी में उखाड़ा ही क्या है?? मुझे देखो मै क्या क्या किया?
भाई सबकी अपनी अपनी जिम्मेदारी,अपनी अपनी कामयाबी की परिभाषा होती हैं।
इसका एहसास हमे है ही नहीं।
और हमारे समाज में सबकी जरूरत है ,ये क्यों नहीं समझते हम?
नौकरी घटिया ,ये घटिया , वो घटिया ।
सोचो जरा सब नौकरी वाले ,नौकरी छोड़ कर नेटवर्क मार्केटिंग कर के तो क्या होगा?
इंजीनियर अपना काम छोड़ दे तो क्या होगा?
टीजर अपना काम छोड़ दे तो क्या होगा?
डॉक्टर अपना काम छोड़ दे तो क्या होगा?
साइंटिस्ट अपना काम छोड़ दे तो क्या होगा?
हां हैं कुछ लोग जो दोनों में बैलेंस बना पाते हैं पर सब तो नहीं कर पाएंगे ना?
तो प्लीज आप सब लोग जो इस इंडस्ट्री को बहुत आगे तक लेकर जाना चाहते हैं तो ऐसी चीजों, वीडियो ,फोटो को शेयर बिल्कुल ना करे , जिसमे हद से ज्यादा शो अप किया गया हो ।
करना है तो मेहनत करते हैं नेटवर्क मार्केटिंग की टर्नओवर बढ़ाने की मेहनत । जब टर्नओवर बढ़ेगा ,इस इंडस्ट्री के कारण हमारी हिन्दुस्तान की इकोनॉमी को सपोर्ट मिलेगा तो इज्जत अपने आप मिल जाएगी।
करना है तो मेहनत करते हैं नेटवर्क मार्केटिंग की टर्नओवर बढ़ाने की मेहनत । जब टर्नओवर बढ़ेगा ,इस इंडस्ट्री के कारण हमारी हिन्दुस्तान की इकोनॉमी को सपोर्ट मिलेगा तो इज्जत अपने आप मिल जाएगी।
और अगर शेयर करना हैं तो इस इंडस्ट्री का एजुकेशन करे, इस इंडस्ट्री के प्रति जागरूकता फैलाए।

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