"रिच डैड पुअर डैड" रबर्ट टी. कियोसाकी - सारांश
"रिच डैड पुअर डैड" रबर्ट टी. कियोसाकी द्वारा लिखी गई एक अद्वितीय व्यक्तिगत वित्त और स्वयंसहायता की किताब है जो धन बनाने के बारे में सामान्य धारणाओं को छूती है और धन बनाने के लिए मौल्यवान अनुभव प्रदान करती है। लेखक अपने जीवन के अनुभवों को साझा करते हैं, विशेषकर उनके दो पिता आदर्शों - उनके जीवन के उत्तराधिकारी पिताजी (जिसे "गरीब पिता" कहा जाता है) और उनके बचपन के सबसे अच्छे दोस्त के पिताजी (जिन्हें "रिच पिता" कहा जाता है) की आर्थिक दृष्टिकोणों और अभ्यासों का तुलनात्मक विवेचन करते हैं।
कथा एक स्मृतिचित्र के रूप में विकसित होती है, और कियोसाकी उन "पिताओं" से सिखे गए अर्थशास्त्रीय सिद्धांतों को साझा करने के लिए उपयोग करते हैं। यहां पुस्तक से कुछ महत्वपूर्ण सीखें हैं:
1. वित्तीय शिक्षा का महत्व:
कियोसाकी वित्तीय सफलता प्राप्त करने में वित्तीय शिक्षा के महत्व को केंद्र में रखते हैं। उनका तर्क है कि पारंपरिक शिक्षा अक्सर वाणिज्यिक धन प्रबंधन कौशलों को उपेक्षा करती है, और वित्तीय ज्ञान प्राप्त करना योजना बनाने के लिए महत्वपूर्ण है।
2. संपत्तियों और देयकों का अंतर:
पुस्तक में एक महत्वपूर्ण विचार है संपत्तियों और देयकों के बीच के अंतर का। कियोसाकी पठकों से कहते हैं कि वे उत्पन्न होने वाली आय से ज्यादा महत्वपूर्ण हैं, जैसे कि असली संपत्ति या निवेश, जो संसाधनों को निर्वाह करने का कारण बना सकती हैं।
3. निर्बाध आय बनाने का प्रयास:
लेखक ने निर्बाध आय स्रोतों का सृजन करने के महत्व को महसूस कराया है। कम यात्रा के साथ आय उत्पन्न होती है (नौकरी से), जो कम प्रयास के साथ उत्पन्न होने वाली आय के साथ तुलना करेगी। कियोसाकी उन निवेशों की प्रोत्साहना करते हैं जो नकदी का प्रवाह उत्पन्न कर सकते हैं, जो वित्तीय स्वतंत्रता और लचीलापन प्रदान क